एक मैं
और बहुत सी परछाईयां हैं
कुछ पुरानी, कुछ नयी परछाईयां हैं ..
और कुछ सहमे हुए से
बादलों की सेज पर
स्वप्न जैसी ये कई परछाईयां हैं
... आज जब गंतव्य में हूँ
खो गया जो सूर्य पश्चिम में पिघलता
याद करता हूँ ..
बहुत परछाईयां थीं, बहुत परछाईयां हैं
खो गयीं कुछ,
कुछ अभी भी ढूंढती रहतीं हैं
मुझको
ढूंढता रहता हूँ मैं उनमे अपने आप को
कुछ पुरानी, कुछ नयी परछाईयां हैं ..
और बहुत सी परछाईयां हैं
कुछ पुरानी, कुछ नयी परछाईयां हैं ..
और कुछ सहमे हुए से
बादलों की सेज पर
स्वप्न जैसी ये कई परछाईयां हैं
... आज जब गंतव्य में हूँ
खो गया जो सूर्य पश्चिम में पिघलता
याद करता हूँ ..
बहुत परछाईयां थीं, बहुत परछाईयां हैं
खो गयीं कुछ,
कुछ अभी भी ढूंढती रहतीं हैं
मुझको
ढूंढता रहता हूँ मैं उनमे अपने आप को
कुछ पुरानी, कुछ नयी परछाईयां हैं ..