सोचता हूँ एक दिन ऐसा भी होगा
खुद से मैं कह सकूँगा डूबती सी यादों में
अब न इंतजार, न मंजिल की तलाश
ज़िन्दगी गूंजती है कायनातों में...
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Just a space for my general musings, observations, and take on everything in general, and nothing in particular...
2 comments:
Wawwoo
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