Sunday, October 21, 2012

Omar Khayyam & Me - 6

XXVI
Why, all the Saints and Sages who discuss'd
Of the Two Worlds so learnedly, are thrust
Like foolish Prophets forth; their Words to
Scorn Are scatter'd, and their mouths are stopt with Dust.

My translation:
तुम जिन शब्दों में
जीवन का ज्ञान देते थे
इस लोक से परलोक जाने का
सामान देते थे...
वे शब्द,
हवा में बिखर कर खो गए,
और तुम भी इसी लोक की मिट्टी में
दब कर सो गए...

Omar Khayyam & Me - 1
Omar Khayyam & Me - 2
Omar Khayyam & Me - 3
Omar Khayyam & Me - 4
Omar Khayyam & Me - 5

Wednesday, October 10, 2012

ये मामूली-सी सड़क...


घर और पार्क की दीवार के बीच पड़ी
ये मामूली-सी सड़क
अचानक, रात में खंबों से रौशनी ले कर
ज़हन में एक बार फिर जी उठती है
अपनी सुनसान सी दिशाओं में
कई क़दमों को याद करती है...