Friday, May 13, 2011

कुछ संबंध... जो चहरों से चहरों तक होते हैं...

कुछ संबंध ऐसे होते हैं,
जो चहरों से चहरों तक होते हैं...

वो
दो अर्थहीन मुस्कानों पर
टिके रहते हैं...

और एक दिन
मुस्कानों के मिटने पर...

चहरे की मुर्दा
सिलवटों में
दफन हो जाते हैं....
- July 1, 1980, Bhopal

2 comments:

Ajju said...
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Ajju said...

kuchh nahin, kai sambandh aise hi hote haen..